नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश के श्रमिकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है! सरकार ने न्यूनतम मजदूरी में शानदार बढ़ोतरी कर दी है। अब श्रमिकों की जेब पहले से ज्यादा भारी होगी। नई मजदूरी दरें 1 अक्टूबर 2025 से लागू हो चुकी हैं और 31 मार्च 2026 तक चलेंगी। उप श्रम आयुक्त दीप्तिमान भट्ट ने बताया कि मुरादाबाद क्षेत्र से जारी आदेश के अनुसार, अकुशल, अर्धकुशल और कुशल श्रमिकों के लिए अलग-अलग मासिक और दैनिक मजदूरी (Minimum Wages) तय की गई है। उन्होंने कहा कि यह कदम बढ़ती महंगाई को देखते हुए उठाया गया है, ताकि हर श्रमिक को उसके मेहनत के हिसाब से सही भुगतान मिले।
महंगाई के हिसाब से बढ़ी मजदूरी
श्रम विभाग ने साफ किया कि न्यूनतम मजदूरी (Minimum Wages) में यह बढ़ोतरी महंगाई सूचकांक के आधार पर की गई है। साल 2012 में यह सूचकांक 216 अंक था, जो अब बढ़कर 414 अंक हो गया है। इसी के हिसाब से नई मजदूरी दरें तय की गई हैं। अब अकुशल श्रमिकों की मासिक मजदूरी 5,750 रुपये से बढ़कर 11,021 रुपये हो गई है।
अर्धकुशल श्रमिकों को 12,123 रुपये और कुशल श्रमिकों को 13,580 रुपये महीने मिलेंगे। यानी अब हर श्रमिक को पहले से रोजाना 90 से 110 रुपये ज्यादा मिलेंगे। यह बढ़ोतरी श्रमिकों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है, जो उनकी मेहनत को और सम्मान देगी।
ईंट भट्ठे के श्रमिकों को भी राहत
प्रदेश में ईंट भट्ठों पर काम करने वाले श्रमिकों के लिए भी नई दरें तय की गई हैं। पथेरा श्रमिकों को अब प्रति हजार ईंट 700 रुपये मिलेंगे। भराई करने वाले श्रमिकों को अगर दूरी 500 मीटर तक है, तो 211 रुपये प्रति हजार ईंट और अगर दूरी 500 मीटर से ज्यादा है, तो 253 रुपये प्रति हजार ईंट दिए जाएंगे। इन श्रमिकों पर भी वही नियम लागू होंगे, जो बाकी श्रमिकों पर हैं। अगर कोई मालिक या ठेकेदार तय दरों से कम भुगतान करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
नियम तोड़ने वालों की खैर नहीं
उप श्रम आयुक्त दीप्तिमान भट्ट ने चेतावनी दी है कि अगर कोई ठेकेदार या मालिक न्यूनतम मजदूरी (Minimum Wages) से कम भुगतान करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी। उन्होंने श्रमिकों से अपील की कि वे अपने अधिकारों को अच्छे से समझें। अगर कहीं शोषण या गलत भुगतान हो रहा हो, तो तुरंत श्रम विभाग से संपर्क करें। यह कदम श्रमिकों को उनके हक की रक्षा करने में मदद करेगा।
श्रमिकों के चेहरों पर मुस्कान
नई मजदूरी दरों ने प्रदेश के हजारों श्रमिकों के चेहरों पर खुशी ला दी है। बढ़े हुए वेतन (Minimum Wages) से अब उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और परिवार का जीवन स्तर भी बेहतर होगा। श्रमिक संगठनों ने इस फैसले का जोरदार स्वागत किया है और इसे सरकार का श्रमिक हित में लिया गया बड़ा कदम बताया है। श्रमिकों का कहना है कि यह बढ़ोतरी उनकी मेहनत को सही मूल्य देगी और उनके परिवारों को नई उम्मीद देगी।
