ओंकारेश्वर (नर्मदा)। ओंकार पर्वत पर पांच तेंदुओं का झुंड स्थानीय लोगों के लिए खतरे का सबब बन गया है। इन तेंदुओं ने अब तक दर्जनों कुत्तों और बकरियों का शिकार कर लिया है। खौफ के कारण गोशाला के पास भी यह झुंड लगातार मंडरा रहा है।
स्थानीय व गोशाला कर्मचारियों के अनुसार, पिछले एक महीने से तेंदुए रात के साथ-साथ दिन के समय भी दिखाई देने लगे हैं। वेद माता गायत्री गोशाला के संचालक गोपाल दुबे ने बताया कि रात में तेंदुओं के हमले की कोशिशें भी हो चुकी हैं। गोशाला के कर्मचारी रात्रि भर चौकसी करते हुए पटाखे फोड़कर और लाइट जलाकर उन्हें भगाने की कोशिश कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले तेंदुए केवल रात में दिखाई देते थे, लेकिन अब दिन के समय भी उनकी गतिविधियां बढ़ गई हैं। ओंकार पर्वत पर सभी कुत्तों का शिकार होने के बाद कुत्ते अब लगभग नजर ही नहीं आ रहे हैं।
वन विभाग ने स्थिति पर नियंत्रण पाने की तैयारी शुरू कर दी है। डिप्टी रेंजर आनंदराम खांडे ने बताया कि नर्मदा नदी में जलस्तर अधिक होने के कारण अब तक रेस्क्यू नहीं किया जा सका, लेकिन जलस्तर कम होने के बाद जल्द ही पिंजरा लगाकर तेंदुओं को सुरक्षित तरीके से पकड़ा जाएगा।
स्थानीय प्रशासन और वन विभाग की टीम सतर्कता बढ़ा चुकी है। लोगों से भी अपील की गई है कि तेंदुओं के नजदीक जाने से बचें और घर तथा गोशाला के आसपास सतर्कता बरतें।
