नई दिल्ली । इंदौर में ICC महिला क्रिकेट विश्व कप में हिस्सा ले रही दो ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ कथित छेड़छाड़ की घटना ने राज्य की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। घटना के बाद नेताओं के बयान और सुझावों ने स्थिति को और अधिक विवादास्पद बना दिया है।
मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने इस घटना को देश की इज्जत से जुड़ा मामला करार दिया और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को एक अजीब सलाह भी दे डाली। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को अपने घर से बाहर निकलते समय अपनी सुरक्षा और स्थानीय प्रशासन को सूचित करना चाहिए। विजयवर्गीय ने कहा, “जैसे हम किसी अनजान जगह जाते समय स्थानीय लोगों को सूचना देते हैं, वैसे ही खिलाड़ियों को भी सतर्क रहना चाहिए। भारत में क्रिकेट का क्रेज वैसा ही है जैसे इंग्लैंड में फुटबॉल।”
वहीं, बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने इस घटना को शहर की साफ-सुथरी छवि को नुकसान पहुँचाने की साजिश बताया। उन्होंने कहा कि आरोपी अकील को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे “चार जूते मारकर जेल में डाला गया। ऐसी सजा मिलेगी जो नजीर बनेगी।” शर्मा ने कट्टरपंथी समूहों को चेतावनी देते हुए कहा, “देश की छवि बिगाड़ने में क्यों लगे हो। हिंदुस्तान में रहना है तो बाबा साहब के संविधान के तहत रहो। बहन-बेटी का अपमान करने वाले किसी अकील को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
घटना गुरुवार सुबह खजराना रोड इलाके में हुई, जब दोनों ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर अपने होटल से कैफे जा रही थीं। एक बाइक सवार ने उनका पीछा किया, एक खिलाड़ी को गलत तरीके से छुआ और फिर भाग गया। पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी अकील को गिरफ्तार कर लिया।
राजनीतिक बयानबाज़ी के बीच सुरक्षा और महिला खिलाड़ियों के प्रति सतर्कता पर बहस तेज हो गई है। कई सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना आयोजकों और स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी है। वहीं, नेताओं के विवादास्पद बयान सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहे हैं और यह घटना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समुदाय में भी चर्चा का विषय बनी हुई है।
इंदौर की यह घटना ना केवल महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि राज्य और देश की छवि के प्रति जिम्मेदारियों पर भी ध्यान आकर्षित करती है।
