नई दिल्ली। 90 के दशक की मशहूर अभिनेत्री ममता कुलकर्णी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हाल ही में वायरल हुए वीडियो में ममता ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर विवादित बयान दिया। उनका कहना है कि दाऊद कोई आतंकवादी नहीं है।
ममता कुलकर्णी का बयान
वीडियो में ममता ने साफ कहा, मेरा दाऊद इब्राहिम से कोई लेना-देना नहीं है। किसी एक का नाम जरूर था, लेकिन उसने देश में कभी बॉम्ब ब्लास्ट या एंटी नेशनल एक्टिविटी नहीं की। मैं उसके साथ नहीं हूं, लेकिन वो आतंकवादी नहीं है।ममता ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी दाऊद से मुलाकात नहीं की।
अंडरवर्ल्ड कनेक्शन और विवाद
ममता का करियर 90 के दशक में अंडरवर्ल्ड के कथित संबंधों की वजह से सुर्खियों में रहा। कहा जाता है कि उनका नाम छोटा राजन और ड्रग माफिया विकी गोस्वामी से जुड़ा। 2000 में ममता विवादों के कारण भारत छोड़कर चली गई थीं। उनकी आखिरी फिल्म 2002 में रिलीज़ हुई।
दाऊद इब्राहिम का अपराधी रिकॉर्ड
भारत और अमेरिका
भारत की NIA ने उसे मोस्ट वांटेड आतंकवादी घोषित किया और ₹25 लाख का इनाम रखा।
12 मार्च 1993 के मुंबई बम धमाकों में शामिल होने का आरोप, जिसमें 250 से ज्यादा लोग मारे गए।
अमेरिका ने 2003 में उसे Specially Designated Global Terrorist घोषित किया, $25 मिलियन का इनाम।
संयुक्त राष्ट्र
दाऊद को UN की अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी सूची में शामिल किया गया।
इस सूची के कारण उसकी संपत्तियां जब्त, यात्रा पर रोक और वित्तीय प्रतिबंध लागू।
डी कंपनी और आपराधिक गतिविधियां
1970 के दशक में मुंबई में संगठित अपराध सिंडिकेट डी कंपनी की स्थापना।
ड्रग तस्करी, मनी लॉन्ड्रिंग, हत्या और हथियार तस्करी जैसी गतिविधियों में शामिल।
पाकिस्तान में उपस्थिति
पाकिस्तान ने 2020 में UN प्रतिबंधों के तहत दाऊद सहित 88 आतंकवादियों पर वित्तीय प्रतिबंध लगाए।
संयुक्त राष्ट्र ने भारत द्वारा दिए गए कराची स्थित छह पतों की पुष्टि की, जिससे पता चलता है कि वह लंबे समय से पाकिस्तान में है।
ममता कुलकर्णी के बयान ने एक बार फिर अंडरवर्ल्ड और बॉलीवुड के पुराने कनेक्शन पर बहस को जन्म दिया है। हालांकि, दाऊद इब्राहिम का अपराधी रिकॉर्ड और अंतरराष्ट्रीय दर्जा किसी भी विवाद से अलग और स्पष्ट है।
