क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि करोड़ों रुपये का उद्योग बन चुका है। आज के समय में क्रिकेटर्स की कमाई कई स्रोतों से होती है — जैसे कि मैच फीस, स्पॉन्सरशिप, विज्ञापन और खासतौर पर ‘मैन ऑफ द मैच’ (Man of the Match) अवॉर्ड। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि किसी खिलाड़ी को मिलने वाली मैच फीस और मैन ऑफ द मैच की राशि में कितना फर्क होता है? आइए जानते हैं विस्तार से —
क्या होती है मैच फीस?
मैच फीस (Match Fee) वह रकम है जो किसी क्रिकेटर को हर मैच खेलने के लिए उसके बोर्ड (जैसे BCCI) की ओर से दी जाती है। यह फीस खिलाड़ी के अनुभव, सीनियरिटी और फॉर्मेट (टेस्ट, ODI, T20) पर निर्भर करती है।
उदाहरण के तौर पर, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के मुताबिक —
-
टेस्ट मैच खेलने वाले खिलाड़ी को लगभग ₹15 लाख तक की फीस मिलती है।
-
वनडे (ODI) में यह फीस करीब ₹6 लाख प्रति मैच होती है।
-
टी20 इंटरनेशनल (T20I) में खिलाड़ियों को लगभग ₹3 लाख प्रति मैच मिलते हैं।
इसके अलावा, जो खिलाड़ी प्लेइंग इलेवन में नहीं होते, उन्हें भी कुछ प्रतिशत फीस मिलती है (आमतौर पर 50%)। यानी हर खिलाड़ी को देश के लिए खेलने का इनाम उसके प्रदर्शन से अलग, एक तय मानक के अनुसार मिलता है।
मैन ऑफ द मैच की राशि कितनी होती है?
‘मैन ऑफ द मैच’ (Man of the Match) वह पुरस्कार है जो किसी एक खिलाड़ी को उसके शानदार प्रदर्शन के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार बोर्ड नहीं बल्कि टूर्नामेंट आयोजक या स्पॉन्सर की ओर से दिया जाता है।
-
अंतरराष्ट्रीय मैचों में यह राशि ₹1 लाख से ₹5 लाख तक हो सकती है।
-
आईसीसी टूर्नामेंट या आईपीएल जैसे बड़े मंचों पर यह इनाम ₹10 लाख या उससे अधिक भी हो सकता है।
-
कई बार ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज़’ के लिए कार, ट्रॉफी या विशेष पुरस्कार भी दिए जाते हैं।
उदाहरण के लिए, IPL 2025 में “मैन ऑफ द मैच” अवॉर्ड की राशि ₹1 लाख तय की गई थी, जबकि “प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट” को ₹10 लाख और ट्रॉफी दी गई थी।
कितना है अंतर?
अब अगर दोनों की तुलना करें तो साफ है कि मैच फीस एक स्थायी, तयशुदा आय है जो हर खिलाड़ी को मैच खेलने पर मिलती है, जबकि मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड केवल उस खिलाड़ी को मिलता है जो मैच में सबसे बेहतर प्रदर्शन करता है।
मतलब —
-
हर खिलाड़ी को मैच फीस मिलती है, लेकिन
-
मैन ऑफ द मैच केवल एक खिलाड़ी को, वो भी उसके प्रदर्शन पर निर्भर।
राशि के लिहाज से देखें तो एक T20 मैच में किसी खिलाड़ी को ₹3 लाख मैच फीस मिल सकती है, लेकिन मैन ऑफ द मैच जीतने वाला खिलाड़ी ₹1 लाख अतिरिक्त कमा सकता है। वहीं टेस्ट मैचों में यह अंतर और भी बड़ा हो जाता है, जहां बेसिक फीस ₹15 लाख के आसपास होती है, जबकि अवॉर्ड राशि ₹2–5 लाख तक सीमित रहती है।
