पटना । बिहार विधानसभा चुनाव 2025 पर पूरे राज्य की निगाहें टिकी हैं। दो चरणों में मतदान पूरा हो चुका है और अब सभी की नज़रें 14 नवंबर को आने वाले नतीजों पर हैं। इस बीच राजस्थान के मशहूर फलोदी सट्टा बाजार में भी बिहार की सियासत को लेकर कयासों का दौर गर्म है। हमेशा की तरह इस बार भी सट्टा बाजार ने चुनाव परिणामों का अपना “अनौपचारिक सर्वे” पेश किया है, जिसमें एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है, जबकि महागठबंधन (I.N.D.I.A) पिछड़ता नजर आ रहा है।
सट्टा बाजार का दावा: एनडीए को 145 सीटें मिलने की उम्मीद
फलोदी सट्टा बाजार के अनुमान के मुताबिक, नीतीश कुमार की अगुवाई वाला एनडीए गठबंधन एक बार फिर बिहार में सरकार बना सकता है। बाजार में एनडीए को 145 सीटों तक जीतने की संभावना जताई जा रही है।बाजार के जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और केंद्र की योजनाओं का असर राज्य की राजनीति में साफ दिख रहा है। इसके साथ ही नीतीश कुमार की “सुशासन बाबू” वाली छवि भी ग्रामीण वोटरों में अभी कायम है।
NDA के घटक दलों का अनुमानित प्रदर्शन
फलोदी सट्टा बाजार ने एनडीए के दो प्रमुख घटकों भाजपा (BJP) और जेडीयू (JDU) के लिए अलग-अलग अनुमान जारी किए हैं।
भाजपा (BJP) को 68 से 70 सीटें मिलने का अनुमान है।
जेडीयू (JDU) का प्रदर्शन पिछले चुनाव की तुलना में बेहतर बताया जा रहा है और उसे 58 से 60 सीटें मिलने की उम्मीद है। शेष सीटें लोजपा (रामविलास) और अन्य सहयोगी दलों के हिस्से में जा सकती हैं।
सट्टा बाजार के मुताबिक, एनडीए का कुल आंकड़ा 140 से ऊपर जा सकता है, जिससे बहुमत हासिल करना लगभग तय माना जा रहा है। दूसरी ओर महागठबंधन, यानी RJD, कांग्रेस, वाम दलों के लिए इस बार का मुकाबला कठिन नजर आ रहा है। सट्टा बाजार का अनुमान है कि महागठबंधन की कुल सीटें 89 से 91 के बीच रह सकती हैं। राजद (RJD), जो बिहार की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है, उसे 68 से 70 सीटों पर सिमटने का अनुमान है। कांग्रेस के लिए स्थिति और खराब है उसे 13 से 15 सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही है। वाम दलों का प्रदर्शन सीमित रहने का अनुमान है। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, महागठबंधन को मुस्लिम-यादव समीकरण के बावजूद व्यापक जनसमर्थन नहीं मिल रहा है।
सट्टा बाजार में पार्टियों के “रेट” भी दिलचस्प
फलोदी सट्टा बाजार में सिर्फ सीटों का अनुमान ही नहीं, बल्कि पार्टियों की संभावनाओं पर “रेट” भी तय किए गए हैं। यह दरअसल इस बात का संकेत होता है कि जनता या व्यापारी वर्ग किस ओर झुकाव रखता है। BJP की 60 सीटों पर 30/40 का रेट चल रहा है। 65 सीटों पर 60/70 का रेट लगाया गया है। वहीं पूरे एनडीए गठबंधन के लिए 125 सीटों पर 24/33। 130 सीटों पर 33/43, 135 सीटों पर 45/55 और 140 सीटों पर 65/80 का भाव चल रहा है। कांग्रेस के लिए बाजार में 85/100 का रेट लगाया गया है, जो कमजोर स्थिति को दिखाता है। सट्टा बाजार की भाषा में “रेट” जितना ऊंचा होता है, उतनी ही कम संभावना मानी जाती है। यानी कांग्रेस पर भरोसा बेहद कम है, जबकि एनडीए को लेकर बाजार काफी आश्वस्त दिख रहा है।
सट्टा बाजार के पिछले रिकॉर्ड भी रहे सटीक
फलोदी सट्टा बाजार सिर्फ नाम का नहीं, बल्कि चुनावी भविष्यवाणी के मामले में कई बार बेहद सटीक साबित हुआ है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और यहां तक कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भी इसके अनुमान काफी हद तक सही बैठे थे। हालांकि यह कोई आधिकारिक सर्वे नहीं होता, लेकिन बाजार के रुझान से यह अंदाजा जरूर लगाया जा सकता है कि जनता के मन में किस दल को लेकर उत्साह है।
वोटिंग पूरी, अब 14 नवंबर को नतीजों का इंतजार
बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में संपन्न हो चुका है। पहला चरण 5 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को हुआ था। राज्य में कुल 243 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ है। अब 14 नवंबर को वोटों की गिनती होगी और उसी शाम तक नतीजे साफ हो जाएंगे। राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी जीत के दावे तेज कर दिए हैं, लेकिन फलोदी सट्टा बाजार का रुझान इस बार एनडीए की स्पष्ट बढ़त दिखा रहा है।
