भोपाल। पिपलानी क्षेत्र में पुलिस ने नकली नोट छापने वाले विवेक यादव को गिरफ्तार किया है। विवेक पहले एक प्रिंटिंग शॉप में काम करता था और अब अपने घर में ही नकली नोट छापने का पूरा सेटअप तैयार कर चुका था। उसके पास से प्रिंटर, पेपर, डाई सहित अन्य उपकरण मिले हैं। पुलिस ने उसके कब्जे से करीब ढाई लाख रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं। विवेक लंबे समय से यह काम कर रहा था और उसकी गिरफ्तारी से नकली नोटों की आपूर्ति पर बड़ा झटका लगा है।
मुरैना। केबीएल फैक्ट्री के सामने जरेरुआ रोड पर एक कंटेनर में अचानक आग लग गई। कंटेनर में स्क्रैप टायर भरे थे और आग चलते वाहन में बिजली के तार के शॉर्ट सर्किट से भड़क गई। आग इतनी विकराल हो गई कि देखते ही देखते कंटेनर जल गया। यह कंटेनर स्क्रैप लोहगढ़ के पास बनी टायर फैक्ट्री की ओर जा रहा था। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
देवास। पोलाय क्षेत्र के इंदौर-बैतूल नेशनल हाईवे पर तीन अलग-अलग दुर्घटनाएं हुईं। एक बस पलट गई, कुछ दूरी पर एक मिनी ट्रक पलटा, और इसी दौरान सड़क पर गड्ढे की वजह से एक महिला बाइक से गिरकर घायल हो गई। बारिश खत्म होने के बावजूद सड़क का पेचकर्व नहीं बनाया गया है, जिससे यह मार्ग वाहनों के लिए खतरनाक बना हुआ है।
मंदसौर। सुवासरा में युवक मनीष व्यास के सुसाइड नोट में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारी अमजद पठान और उनके भाई आजाद पठान द्वारा प्रताड़ित करने के आरोप सामने आए हैं। मनीष का आरोप था कि आरोपी उसे 54 लाख रुपये नहीं दे रहे थे। मामले में सुवासरा थाने में रात में प्रकरण दर्ज किया गया, लेकिन आरोपी फरार हो गए।
इंदौर। युवती ईशा जायसवाल ने एविएशन कोर्स के दौरान टैटू हटाने के लिए क्लीनिक का रुख किया, लेकिन इलाज से उसके हाथ की त्वचा जल गई और छाले पड़ गए। ईशा का आरोप है कि जिसने उसका इलाज किया वह डॉक्टर नहीं था। ईशा ने करीब 10 बार ट्रीटमेंट लिया, लेकिन उसे कोई राहत नहीं मिली।
ग्वालियर। जिले के विभिन्न बैंकों में लगभग 2 लाख 77 हजार 336 खातों में कुल 125 करोड़ रुपये अनक्लेम्ड दर्ज हैं। वित्त मंत्रालय ने लोगों को अपने निष्क्रिय या भूले हुए खाते की राशि क्लेम करने का अवसर दिया है। साथ ही, जिन खाता धारकों का निधन हो चुका है, उनके स्वजन भी यह राशि क्लेम कर सकते हैं।
मध्यप्रदेश में इन घटनाओं ने प्रशासन, सड़क सुरक्षा और वित्तीय जागरूकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं, नकली नोट और क्लीनिक विवाद जैसे मामले आम जनता की सुरक्षा और भरोसे के लिए गंभीर संकेत हैं।
