भोपाल। राजधानी भोपाल के मिसरोद इलाके में मंगलवार रात मैजिक स्पॉट कैफे में उस समय दहशत फैल गई, जब 20 से अधिक नकाबपोश बदमाशों ने अचानक धावा बोल दिया। बदमाशों ने तलवारों और डंडों से कैफे में जमकर तोड़फोड़ की, जिससे कैफे में मौजूद लोग, जिनमें एक युवक-युवती भी शामिल थे, डर कर भाग खड़े हुए।घटना के सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
सिर्फ दो मिनट में तबाही
डीसीपी जोन-2 विवेक सिंह ने बातचीत में बदमाशों ने दो मिनट से भी कम समय में तोड़फोड़ की और फरार हो गए। प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट है कि हमलावरों की मंशा लूटपाट नहीं थी। वे सीधे कैफे में घुसे, तोड़फोड़ की और तुरंत भाग निकले। पुलिस इसे पुरानी रंजिश या विवाद का परिणाम मान रही है।कैफे संचालक सक्षम गिरि ने एफआईआर में योगी, निखिल, अभिषेक समेत पांच नामजद और अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज कराया है, हालांकि उन्होंने विवाद का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया है।
दो संदेही हिरासत में, तीन थानों की टीमें जुटीं
हमले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है। डीसीपी विवेक सिंह ने बताया कि एफआईआर में नामित नामों के आधार पर दो संदेहियों को राउंड अप कर लिया गया है और उनसे लगातार पूछताछ जारी है। पुलिस विवाद के मूल कारणचाहे वह रंजिश हो या कोई पुराना विवादकी पड़ताल कर रही है।
जांच में तेजी लाने के लिए मिसरोद, बागसेवनिया और कटारा हिल्स थानों की संयुक्त टीमें लगाई गई हैं। ये टीमें फुटेज, रूट मैप और संभावित विवादों समेत सभी एंगल्स पर काम कर रही हैं।नकाबपोश होने के कारण हमलावरों की पहचान में दिक्कत आ रही है, लेकिन पुलिस को कुछ अहम क्लू मिले हैं, जिन पर टीमें तेजी से काम कर रही हैं।
भोपाल के मिसरोद स्थित ‘मैजिक स्पॉट कैफे’ में हुई तोड़फोड़ के मामले में अभी तक की ताजा अपडेट यह है कि पुलिस ने एफआईआर में दर्ज नामजद लोगों में से दो संदेहियों को हिरासत में ले लिया है और उनसे गहन पूछताछ जारी है। हालांकि, पुलिस को अभी तक हमले के वास्तविक और ठोस कारण का स्पष्ट खुलासा नहीं हो पाया है।यहाँ पूछताछ से जुड़ी प्रमुख बातें हैं
हिरासत और जाँच की स्थिति
संदेही हिरासत में: पुलिस ने कैफे संचालक सक्षम गिरि द्वारा एफआईआर में नामजद कराए गए लोगों में से दो व्यक्तियों को राउंड अप (हिरासत में) कर लिया है।डीसीपी विवेक सिंह और अन्य अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ अभी जारी है और वास्तविक कारण (Motiv) पर ठोस निष्कर्ष आरोपियों के बयान के बाद ही निकलेगा।पुलिस का शुरुआती आकलन अभी भी यही है कि यह वारदात लूटपाट के इरादे से नहीं, बल्कि किसी पुरानी रंजिश या आपसी विवाद को लेकर की गई है, क्योंकि बदमाशों ने सिर्फ तोड़फोड़ की और भाग गए।
कैफे संचालक सक्षम गिरि द्वारा पुलिस को विवाद का कोई स्पष्ट कारण न बता पाना, जांच के मूल विवाद तक पहुंचने में एक चुनौती बना हुआ है।
पुलिस अब इन दोनों संदेहियों से पूछताछ के आधार पर नकाबपोश अन्य 18+ हमलावरों की पहचान करने और जल्द ही पूरे मामले का खुलासा करने की कोशिश कर रही है।
