रायसेन । मासूम से दरिंदगी के बाद गौहरगंज स्थित गांव में दहशत इस कदर फैल चुकी है कि गांव के बच्चों ने स्कूल जाना ही बंद कर दिया है। आंगनबाड़ी से लेकर तीसरी कक्षा तक के छोटे-छोटे बच्चे पिछले तीन दिनों से स्कूल नहीं पहुंचे। इस कारण स्कूल में सन्नाटा पसरा है। ग्रामीण बताते हैं कि गांव के माहौल में भय व्याप्त है और पेरेंट्स बच्चों को घर से बाहर भेजने तक से डर रहे हैं। एक महिला, जिनके दो बच्चे हैं, वह कहती हैं कि बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं बच्चों को डर लगता है, वह कहते हैं कि उन्हें कहीं कोई उठा न ले जाए। तीन रोज से घर पर ही बैठे हैं। हम खुद भी स्कूल तक छोड़ने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं।
इस तरह कई परिवारों की यही कहानी है। जिन घरों में कभी बच्चों की चहल पहल रहती थी वहां आज खामोशी छाई है। कई घरों में बच्चों ने बाहर खेलना तक बंद कर दिया है। पेरेंट्स लगातार बच्चों को अपने पास ही बैठाए रखते हैं। बता दें कि एम्स भोपाल के डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची की हालत स्थिर है और उसका इलाज चल रहा है।
आरोपी पर पहले से दो केस दर्ज
2024 में भोपाल के हनुमानगंज थाने में चोरी का एक मामला आरोपी आसिफ पर दर्ज है। 2019 में श्यामपुर में एक अन्य चोरी का मामला आरोपी पर दर्ज है। प्रिंसिपल बोलीं अटेंडेंस 40% तक घटी स्थानीय सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल ने बताया कि घटना के बाद स्कूल की अटेंडेंस 30–40% तक कम हो गई है। उन्होंने कहा आज हमने पेरेंट्स मीटिंग बुलाई थी। कई माताएं और कुछ पिता आए थे। सभी के चेहरे पर डर साफ दिख रहा था। हम बच्चों और पेरेंट्स को आश्वस्त कर रहे हैं, लेकिन उनकी घबराहट वैसी की वैसी बनी हुई है। उन्होंने कहा कि स्टाफ लगातार बच्चों का मनोबल बढ़ाने और उन्हें मानसिक सुरक्षा देने की कोशिश कर रहा है। कुछ पेरेंट्स ने हमारी बात को समझा है तो अब जल्द ही बच्चे यहां वापस आएंगे।
नानी ने दिखाए बच्ची के खून से सने कपड़े
धरना स्थल पर माहौल उस समय और भावुक हो गया जब मासूम की नानी रोते हुए वे कपड़े लेकर बैठ गईं जिनमें बच्ची के साथ अपराध हुआ था। कपड़ों पर लगा खून देखकर वहां मौजूद महिलाएं और ग्रामीण खुद को रोने से रोक नहीं पाए। बार-बार कह रही थीं हमारी बच्ची को क्या हाल में छोड़कर गया ऐसा कभी नहीं देखा। हम आरोपी की फांसी या एनकाउंटर की मांग करते हैं। ग्रामीण कहते हैं कि यह घटना गांव की आत्मा को झकझोर देने वाली है।
चार दिन बाद भी आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर
गांव और आसपास के क्षेत्रों में गुस्सा लगातार बढ़ रहा है। आरोपी सलमान को घटना के चार दिन बाद भी पुलिस पकड़ नहीं सकी है। गांव की महिलाएं और युवतियां कड़ाके की ठंड में भी रातभर धरने पर बैठी हैं। उनका कहना है अगर पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पा रही तो एनकाउंटर कर दो इतना तो इंसाफ मिलना चाहिए।
एम्बुलेंस नहीं आई बच्ची दो घंटे तड़पती रही
स्थानीय निवासी परेश नागर ने बताया जब बच्ची को ओबेदुल्लागंज के सरकारी अस्पताल लाया गया, तो वह दो घंटे एम्बुलेंस के इंतजार में दर्द से तड़पती रही। बीएमओ ने फोन नहीं उठाया। अस्पताल में एक एम्बुलेंस खड़ी थी लेकिन वह खराब थी। इतने बड़े क्षेत्र में व्यवस्था का यह हाल है। उन्होंने बताया कि एसडीएम मौके पर आ चुके थे फिर भी एम्बुलेंस की व्यवस्था नहीं हुई। आखिरकार ग्रामीणों ने बच्ची को अपनी निजी कार से एम्स भोपाल पहुंचाया। परेश ने कड़े शब्दों में कहा यह लापरवाही नहीं अपराध है।
चॉकलेट का झांसा देकर जंगल में ले गया था आरोपी
21 नवंबर की शाम बच्ची घर के बाहर खेल रही थी, तभी आरोपी सलमान उसे चॉकलेट दिलाने का लालच देकर जंगल की ओर ले गया। गांव के कई लोगों ने उसे बच्ची के साथ जाते देखा था। बच्ची बाद में जंगल में खून से लथपथ दर्द से कराहती मिली। यह घटना ग्रामीणों को भीतर तक हिला गई है। परेश नागर ने बताया कि आरोपी श्यामपुर दौराहा क्षेत्र का रहने वाला है और वह जिला बदर रह चुका है। फिर भी वह गांव में किराए से रह रहा था। ऐसे अपराधियों की एंट्री पर निगरानी क्यों नहीं होती पंचायत और पुलिस दोनों की बड़ी चूक है।
300 पुलिसकर्मी और 20 टीमें लगीं लेकिन हाथ खाली
पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 20 टीमें बनाई हैं और 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी तलाश में लगे हैं लेकिन गांव वाले सवाल उठा रहे हैं वह कहीं दूर नहीं गया होगा फिर चार दिन बाद भी क्यों नहीं पकड़ा जा रहा।
सीएम ने रायसेन एसपी को लाइन अटैच किया
सीएम मोहन यादव ने मंगलवार रात सवा 8 बजे पीएचक्यू में सीएस, डीजीपी, एडीजी इंटेलिजेंस पुलिस कमिश्नर भोपाल समेत उच्च अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान रायसेन में बच्ची से रेप के आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर उन्होंने नाखुशी जताई। साथ ही चक्काजाम पर पुलिस की ढीली कार्रवाई से भी नाराज दिखे। उन्होंने रायसेन एसपी पंकज पांडेय को हटाकर मुख्यालय अटैच करने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही मिसरोद थाना प्रभारी संदीप पवार और थाना टीला जमालपुरा के कार्यवाहक निरीक्षक दिनेश प्रताप सिंह को हटाने के निर्देश भी दिए। मिसरोद टीआई को इसलिए हटाया गया क्योंकि पिछले दिनों कैफे में जो तोड़फोड़ हुई थी वह एरिया मिसरोद थाना क्षेत्र में आता है। रायसेन जिले के गौहरगंज में 6 साल की मासूम से दरिंदगी के मामले में महिलाओं और बच्चों ने रविवार देर रात घेराव कर दिया है। घटना के 30 घंटे बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोशित लोगों ने रविवार दोपहर औबेदुल्लागंज में नेशनल हाईवे-46 को करीब 2 बजे से जाम कर दिया था।
6 साल की बच्ची से रेप जंगल में रोती मिली
रायसेन के गौहरगंज में 6 साल की बच्ची से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। शनिवार को भीड़ ने जयपुर-जबलपुर नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। जाम के कारण सैकड़ों गाड़ियां वहां फंस गई। लोगों ने आसपास की दुकानें भी बंद करा दी।
