भोपाल मध्य प्रदेश: राजधानी भोपाल के परवलिया सड़क थाना क्षेत्र से एक उत्पीड़न और अश्लील कृत्य का सनसनीखेज मामला सामने आया है। गांव के ही एक युवक ने अपने परिचित किसान को बहला-फुसलाकर रात में पुलिया पर बुलाया, जहां उसे शराब पिलाकर उसके साथ जबरन मारपीट और अश्लील हरकतें की गईं। इस पूरी वारदात का आरोपी के एक साथी ने मोबाइल से वीडियो भी बना लिया और इसे वायरल करने की धमकी दी गई।
डर से दो दिन रहा चुप फिर जुटाया साहस
पीड़ित युवक इस शर्मनाक कृत्य और जान से मार देने की धमकी के कारण दो दिनों तक भय और मानसिक आघात में रहा और चुप्पी साधे रहा। हालांकि, मानसिक रूप से टूट जाने के बाद, उसने अंततः हिम्मत जुटाई और परवलिया सड़क थाने पहुंचकर आरोपी विकास मीना और उसके साथी के खिलाफ FIR दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और एसडीओपी मंजु चौहान ने पुष्टि की है कि आरोपियों की तलाश की जा रही है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
फोन पर बुलाकर रची गई साजिश
फरियादी, जो खेती-किसानी का काम करता है, ने पुलिस को घटनाक्रम की पूरी जानकारी दी।11 नवंबर की रात 10 बजे: फरियादी के मोबाइल पर विकास मीना का फोन आया। विकास ने उसे हनुमान मंदिर के आगे पुलिया के पास जल्दी आने को कहा।पुलिया पर उपस्थिति: फरियादी वहां पहुंचा तो देखा कि विकास के साथ एक और युवक (जिसे वह नहीं जानता था) पहले से मौजूद था।शराब पीने का दबाव: तीनों पुलिया पर बैठकर शराब पीने लगे। आधे घंटे बाद जब फरियादी ने घर जाने की बात कही, तो विकास ने और शराब पीने की जिद की और उससे पैसे मांगे।मारपीट की शुरुआत: जब फरियादी ने पैसे न होने की बात कही, तो विकास को यह बात नागवार गुजरी। उसने तुरंत गालियां देना शुरू कर दीं और मारपीट पर उतर आया।
जमीन पर गिराकर अश्लील कृत्य और ब्लैकमेलिंग
मारपीट के बाद आरोपी विकास मीना ने मानवता की सारी हदें पार कर दीं। क्रूरता: पीड़ित ने बताया कि विकास ने उसे जमीन पर गिराया उसके सीने पर बैठ गया और थप्पड़ तथा मुक्के मारे।अश्लील कृत्य: इसके बाद विकास ने उसके साथ जबरन अश्लील कृत्य किया। पीड़ित दर्द और दहशत में लगातार चिल्लाता रहा।वीडियो रिकॉर्डिंग और धमकी: इस दौरान, विकास का साथी इस पूरी वारदात का मोबाइल से वीडियो बनाता रहा। आरोपी विकास ने पीड़ित को धमकी दी, अगर किसी को बताया तो तेरे उस वीडियो को वायरल कर दूंगा. और जान से खत्म कर दूंगा।
डर के साए में बीता समय
धमकी के कारण पीड़ित डर गया और रातभर चुप रहा। अगले दिन वह मानसिक रूप से टूट चुका था और सीहोर स्थित अपने ससुराल चला गया। अंततः, उसने अपने भाई को पूरी घटना बताई। परिवार ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत उसे लेकर परवलिया सड़क थाने पहुंचकर FIR दर्ज कराई।सामाजिक संगठन ने पुलिस की कार्रवाई पर उठाए सवाल इस मामले में ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार समिति के अध्यक्ष एवं भीम आर्मी मध्यप्रदेश के प्रदेश महासचिव मो. दानिश खान ने पीड़ित परिवार को सहयोग दिया और पुलिस की शुरुआती कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठाए हैं।हल्की धाराएं लगाने का आरोप: दानिश खान ने आरोप लगाया कि यह मामला दरिंदगी मॉब लिंचिंग और ब्लैकमेल का है, लेकिन पुलिस ने आरोपियों पर शुरुआत में हल्की धाराएं लगाकर मामले को कमजोर करने की कोशिश की।बर्बरता के आरोप: उन्होंने कहा कि यह घटना 11 और 12 नवंबर की दरमियानी रात की है, जिसमें मुस्लिम पीड़ित युवक के साथ गांव के एक मीना समाज के युवक ने न सिर्फ अप्राकृतिक कृत्य करने की कोशिश की, बल्कि उसके ऊपर जबरदस्ती शराब डाली, पेशाब किया और मॉब लिंचिंग जैसा व्यवहार किया गया।
गंभीरता पर प्रश्न: दानिश खान ने तर्क दिया कि वीडियो में पीड़ित के संवेदनशील अंगों को खींचा गया, जिससे उसकी जान भी जा सकती थी, ऐसे में केवल मारपीट और अड़ीबाजी की धाराएं लगाना समझ से परे है।पीड़ित और उसके परिवार पर दबाव मो. दानिश खान ने यह भी बताया कि पीड़ित परिवार बेहद डरा हुआ था।वीडियो डिलीट करने की धमकी: पीड़ित के साथ मौजूद एक दलित युवक के पास यह वीडियो पहुंचा था। जब उस युवक ने वीडियो डिलीट करने से मना किया, तो उसकी बेटी को उठाने तक की धमकी दी गई और दबाव बनाकर वीडियो डिलीट कराई गई।
समझौते पर मारपीट: जब पीड़ित और उसके साथी समझौता करने गए, तो उल्टा उनके साथ मारपीट की गई और उन पर ही केस दर्ज करा दिया गया। इसी वजह से पीड़ित डरकर सीहोर चला गया था।शारीरिक विकलांगता का मुद्दा: दानिश खान ने यह भी बताया कि पीड़ित युवक शारीरिक रूप से विकलांग है और इस तरह की धमकियां उसके मानसिक स्वास्थ्य पर भारी पड़ीं। अब पुलिस इस मामले में सख्त कार्रवाई करने और पीड़ित को न्याय दिलाने का आश्वासन दे रही है। पुलिस पर गंभीर धाराओं को जोड़ने और मामले की गहनता से जांच करने का दबाव बढ़ गया है।
