नई दिल्ली । मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के बुधनी में वर्धमान फैक्ट्री परिसर में एक दर्दनाक हादसा हुआ। निर्माणाधीन बायो प्लांट के इंस्टॉलेशन के दौरान भारी लोहे का ढांचा अचानक गिर पड़ा, जिससे तीन मजदूर मलबे में दब गए। इस हादसे में दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीसरा गंभीर रूप से घायल है।
पुलिस ने मृतकों की पहचान संदेश (37 वर्ष) और कुंदन (49 वर्ष) के रूप में की है। दोनों बिहार और उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे और परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी संभालने के लिए सैकड़ों किलोमीटर दूर काम करने आए थे। हादसे की खबर मिलने के बाद उनके गांवों में शोक की लहर दौड़ गई है। घायल मजदूर दिलनवाज (19 वर्ष) को तुरंत अस्पताल ले जाया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
घायलों के साथियों ने आरोप लगाया है कि लोहे के इस भारी ढांचे को बिना किसी सुरक्षा उपाय के लगाया जा रहा था और मजदूरों पर जल्दबाजी में काम खत्म करने का दबाव था। एसडीओपी रवि शर्मा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि यह काम ठेकेदार के अधीन हो रहा था, जहां न तो सुरक्षा उपकरण पर्याप्त थे और न ही किसी इंजीनियर की निगरानी। मजदूरों को सिर्फ जल्दी काम पूरा करने के निर्देश दिए गए थे।
वर्धमान फैक्ट्री प्रबंधन और ठेकेदार ने अभी तक इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। वहीं, वहां के कर्मचारी मीडिया से बात करने से भी इनकार कर रहे हैं। प्रशासन ने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है।
यह हादसा कामगारों की सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल खड़े करता है, खासकर तब जब मजदूर बिना उचित सुरक्षा के खतरनाक कार्यों में लगे होते हैं। इस दुखद घटना ने मजदूरों के परिवारों में दीपावली से पहले मातम फैला दिया है।
