श्रीनगर। जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) में प्रतिबंधित संगठन (Banned Organization) जमात-ए-इस्लामी (Jamaat-e-Islami,) के खिलाफ कार्रवाई के तहत पुलिस (Police) ने कई जगहों पर छापेमारी की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ये छापेमारी श्रीनगर, अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां, कुलगाम, बडगाम और कुपवाड़ा जिलों में की गई है। अधिकारियों ने बताया कि आतंकी तंत्र और उसका समर्थन करने वालों को खत्म करने के प्रयासों के तहत जेईआई सदस्यों और उनके सहयोगियों से जुड़े आवासीय परिसरों व अन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया।
उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई यह खुफिया जानकारी मिलने के बाद की गई कि जेईआई के कुछ सदस्य राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं। अधिकारियों के अनुसार संगठन और उससे जुड़ी संस्थाओं से जुड़े लोगों के घरों से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, दस्तावेज और साहित्य ज़ब्त किए गए।उन्होंने कहा कि बरामद हुई सभी सामग्री को विस्तृत जांच के लिए जब्त कर लिया गया है। श्रीनगर में, पुलिस ने जमात-ए-इस्लामी के सहयोगियों के घरों और व्यवसायों पर छापे मारे।
किन-किन के ठिकानों पर रेड
अधिकारियों ने बताया कि चनपोरा के उमर सुल्तान गुरु, फिलहाल श्रीनगर के मंदिर बागघाट में रह रहे बडगाम के मोहम्मद अब्दुल्ला वानी, बेमिना के गुलाम मोहम्मद भट, लाल बाजार के मोहम्मद रमजान नाइक उर्फ फहीम, हरवान के बशीर अहमद लोन और नौगाम चौक के मंजूर अहमद के घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर तलाशी ली गई। उन्होंने बताया कि जेईआई से जुड़े संस्थानों से संबंधित लोगों के आवासों पर भी तलाशी ली गई, जिनमें सौरा के निवासी मोहम्मद रमजान लोन (रमजाना मेमोरियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, सौरा), बुचपोरा सौरा के निवासी शाहिद जहगीर (रमजाना मेमोरियल स्कूल, सौरा) और नौगाम के निवासी पीर गयासुद्दीन (फलाह रिसर्च रमजान सेंटर, नौगाम) शामिल हैं।
विचारधारा से जुड़े कुछ संस्थानों पर भी छापा
जेईआई विचारधारा से जुड़े कुछ संस्थानों पर भी छापे मारे गए। इनमें जमीयत-उल-बनात, लाल बाजार में स्थित कश्मीर विश्वविद्यालय, बाग-ए-नंद सिंह, चट्टाबल में स्थित राहत मंजिल (जेके यतीम खाना), मैसूमा में स्थित चिनार पब्लिकेशन ट्रस्ट और मैसूमा में स्थित ‘अल-कौसर बुक शॉप’ शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता के लिए हानिकारक मानी जाने वाली गतिविधियों के बारे में विश्वसनीय जानकारी मिलने के बाद यह कार्रवाई शुरू की गई। अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में, हंदवाड़ा के वारिपोरा में स्थित जामिया इस्लामिया संस्थान में भी तलाशी ली गई, जिसमें संदिग्ध गैरकानूनी गतिविधियों और जेईआई के साथ संभावित संबंधों की जानकारी मिली थी।
