नई दिल्ली। केंद्रीय मौसम विभाग ने उत्तर भारत में बढ़ती ठंड को लेकर नया अपडेट जारी किया है। अगले एक सप्ताह तक देश के उत्तरी मध्य और कुछ पूर्वी हिस्सों में तापमान में गिरावट शीतलहर और कोहरे का दौर जारी रहेगा। हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर में हो रही बर्फबारी का असर मैदानों में भी महसूस किया जा रहा है जिससे हरियाणा पंजाब दिल्ली राजस्थान और उत्तर प्रदेश में ठंड तेजी से बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश इस समय सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में से एक बन गया है। आईएमडी के अनुसार शनिवार से शीतलहर का प्रभाव राज्य में और तीव्र रूप से देखने को मिल रहा है। कई जिलों में तापमान में अचानक गिरावट गलन और तेज हवाओं के कारण ठिठुरन बढ़ गई है जिसके चलते स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी खतरे बढ़ने की संभावना बताई जा रही है।
पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी हुई है। इसके चलते उत्तर भारत की ओर आने वाली ठंडी हवाएँ और तेज हो गई हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री तक की गिरावट देखी जा सकती है। उत्तर प्रदेश के लिए विशेष रूप से शीतलहर का येलो अलर्ट जारी किया गया है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में शुक्रवार देर रात से ठंडी हवाएँ चल रही थीं। शनिवार सुबह से इसका असर और तीव्र महसूस किया गया। कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है।
मौसम विभाग का कहना है कि 16 नवंबर तक शीतलहर का दौर जारी रहेगा। सुबह के समय कोहरा और धुंध रह सकती है। दिन में हल्की धूप के बावजूद ठंड का असर कम नहीं होगा। 20 नवंबर तक रात का तापमान लगातार सामान्य से कम रहने की संभावना है।
केंद्रीय मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में कानपुर इस समय सबसे ठंडा शहर बना हुआ है। शुक्रवार को रात का तापमान आठ डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से पांच डिग्री कम है। नवंबर में यह छठी बार है जब कानपुर का न्यूनतम तापमान दस डिग्री या उससे नीचे दर्ज हुआ है। नौ नवंबर के बाद से कानपुर में कोई दिन ऐसा नहीं रहा जब रात का तापमान दस डिग्री से ऊपर गया हो। अधिकतम तापमान भी सामान्य से कम बना हुआ है। हरियाणा में परिसंचरण कमजोर पड़ने के बाद उत्तर से आने वाली ठंडी हवाओं ने यूपी में सर्दी को और बढ़ा दिया है।
आईएमडी ने चेतावनी दी है कि उत्तर प्रदेश में अल सुबह घना कोहरा या हल्की धुंध अधिक देखने को मिलेगी। विजिबिलिटी प्रभावित होने की संभावना है जिससे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है। विभाग ने सुबह यात्रा करने वालों से विशेष सावधानी रखने की सलाह दी है। इसके अलावा मध्यम रफ्तार की हवाएँ गलन को और बढ़ाएँगी। लोगों को पर्याप्त गर्म कपड़े पहनने और अनावश्यक रूप से सुबह और रात घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। फिलहाल उत्तर भारत में सर्दी दस्तक दे चुकी है और उत्तर प्रदेश अगले कुछ दिनों तक इसका सबसे बड़ा केंद्र बना रहेगा।
