श्रीनगर, 15 नवंबर: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर स्थित नौगाम पुलिस स्टेशन में शुक्रवार की रात एक भयंकर विस्फोट ने पूरे इलाके को दहला दिया। इस विस्फोट में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 29 अन्य घायल हो गए हैं। घायलों में कई पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। विस्फोट ने पुलिस स्टेशन और आसपास की इमारतों को गंभीर नुकसान पहुँचाया, जिससे घटना की गंभीरता और बढ़ गई है।
प्रारंभिक रिपोर्टों के मुताबिक, धमाका अमोनियम नाइट्रेट के कारण हुआ था, जिसे हाल ही में पुलिस ने संदिग्ध आतंकवादियों से जब्त किया था। यह पदार्थ जांच के लिए पुलिस स्टेशन में रखा गया था, और ऐसा माना जा रहा है कि इसी के कारण विस्फोट हुआ। विस्फोट के बाद, पुलिस और सुरक्षा बल घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्यों में जुट गए।
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली लाल किला ब्लास्ट के बाद, जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी समूहों की गतिविधियों पर निगरानी बढ़ा दी गई थी। इस धमाके के समय पुलिस स्टेशन में जैश-ए-मोहम्मद के एक संदिग्ध आतंकी मॉड्यूल के सदस्यों से पूछताछ चल रही थी। इस कारण यह विस्फोट और भी रहस्यमय हो गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने विस्फोट के संबंध में सभी पहलुओं पर जांच शुरू कर दी है और इसकी कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
धमाके के बाद सीसीटीवी फुटेज में विस्फोट की भयावहता साफ दिख रही है, जिसमें आग की लपटें उठती हुईं दिखाई दीं। जांच में यह भी सामने आया कि पुलिस स्टेशन में पहले से ही एक आतंकी मॉड्यूल की जांच चल रही थी, जिससे विस्फोट के कारणों को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। इसके अलावा, यह धमाका उस वक्त हुआ जब पुलिस स्टेशन में संदिग्ध आतंकवादियों से पूछताछ की जा रही थी, जो मामले को और पेचीदा बना रहा है।
इस घटना ने इलाके में सुरक्षा को लेकर नई चिंताएं पैदा कर दी हैं, खासकर जब यह थाना श्रीनगर के एयरपोर्ट के पास स्थित है। इससे यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या यह विस्फोट किसी बड़ी आतंकी साजिश का हिस्सा था। सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है और जांच तेज कर दी है।
इस दुखद घटना के बाद, जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां घटना की गंभीरता को देखते हुए सभी संदिग्ध लिंक्स और घटनाओं को जोड़कर मामले की गहनता से जांच कर रही हैं। यह धमाका न केवल सुरक्षा के लिहाज से एक बड़ा खतरा है, बल्कि क्षेत्र में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों को लेकर भी चिंताएं बढ़ा रहा है।
